Skip to main content

Posts

Showing posts with the label nagarpalika mount abu

आर्मी गेट का मार्ग बना मुसीबत , अभिभावक चिंतित

  आर्मी गेट का मार्ग बना मुसीबत , अभिभावक चिंतित वार्ड संख्या 18 में स्थित ग्लोबल अस्पताल से आर्मी गेट का मार्ग इन दिनों यहां से गुजरने वालों के लिए बड़ी तकलीफ साबित हो रहा है । स्थानीय लोगों और यहां से गुज़रने वाले आमजन के अनुसार लगभग आधा किलोमीटर के रोड में बड़े व चौड़े गड्डों के कारण आवागमन में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है । इस मार्ग से अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने और लेने जाने वाले कुछ अभिभावकों ने पीड़ा बताते हुए कहा की यहां से निकलना अब किसी दुर्घटना को आमंत्रण देने के समान हो गया है । हम गिरें तो ठीक लेकिन बच्चों को कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा । टूटे मार्ग से निराश एक व्यक्ति के अनुसार करीब डेढ़ दो साल से यहां ऐसी ही स्थिति है । यह वीआईपी मार्ग है जहां ग्लोबल अस्पताल , आर्मी , एयरफोर्स सहित जीवन बचाने वाले डॉक्टरों के वाहन भी गुजरते हैं । इसके बावजूद कोई ध्यान नहीं देता । ग्लोबल अस्पताल के मोड़ पर तो अब सड़क कुछ इंच ही बची है ।   सीवरेज है बड़ी समस्या "इस मार्ग पर मुख्यतः सीवरेज के काम के चलते रोड खराब हुए हैं । में लंबे समय से इसको लेकर पालिका व रुड़ीप के अधिकारियों स...

पथ विक्रेताओं को हटाना कानून का उल्लंघन – एडवोकेट

पथ विक्रेताओं को हटाना कानून का उल्लंघन – एडवोकेट टीवीसी सदस्य कोटिया के अनुसार 2018 मे जारी स्थगन आदेश मार्च 2023 तक है प्रभावी माउंट आबू फुटपाथ विक्रेताओं के वकील रहीश कुरैशी द्वारा 4 नवम्बर 2022 को नगरपालिका को दिये नोटिस में उनके असीलान पथ विक्रेताओं को पथ विक्रेता प्रमाण पत्र जारी करने सहित किचन गार्डन से न हटाने को कहा है । उन्होने लिखा है की बिना वेंडिंग जोन का निर्माण किए यदि उनके असीलान को हटाया जाता है या उनके जीविकोपार्जन मे बाधा उत्पन्न की जाती है तो प्रभावित वेंडर्स को सक्षम न्यायालय मे मजबूरन कानूनी कार्यवाही करनी पड़ेगी । कुरैशी ने नोटिस के 10वें बिन्दु मे लिखा है की पथ विक्रेता अधिनियम 2014 के अध्याय 5 की धारा 18 के अनुसार किसी भी पथ विक्रेता को उसके आवंटित स्थान से अन्यत्र भेजना या बेदखल करना प्रतिबंधित है । धारा 18 की उपधारा 1 के अनुसार स्थानीय प्रशासन नगरीय पथ विक्रेता समिति की अनुषंशा पर ही किसी स्थान को नॉन वेंडिंग जोन घोषित कर सकता है । साथ ही उपधारा 3 के अनुसार किसी वेंडर को दूसरे स्थान पर भेजने से पहले कारण बताते हुए 30 दिन का नोटिस देने का आज्ञापक ( मेंडेटरी ) प...

झील को अब सफाई की दरकार

झील में तैर रहे लाइफ जैकेट , कचरा और काई दीपावली की सीजन खत्म होने के साथ ही अब पर्यटन स्थलों पर कचरे का जमघट नज़र आने लगा है । प्रमुख पर्यटन स्थल नक्की झील में विशेषकर वन्डर पार्क से राष्ट्रीय उद्यान के बीच झील के किनारे पुराने पड़े कचरे के साथ साथ नया कचरा शहर की छवि खराब कर रहा है । कचरे में प्लास्टिक की बोतलों सहित बड़ी संख्या में लाइफ जैकेट भी तैरते नज़र आ रहे हैं । इसके साथ ही लावारिस तैरतीं क्षतिग्रत नावें दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहीं हैं । वहीं सर्दियों के बढ़ने के साथ ही झील में काई का जमाना भी तेजी से बढ़ता जा रहा है । सूत्रों के मुताबिक झील की सफाई की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है । उम्मीद की जा सकती है की लाखों करोड़ों की आय और रोजगार मुहैया करवाने वाले नक्की तीर्थ की सफाई पर पालिका प्रशासन व जिम्मेदार जल्द ध्यान देंगे । 

आखिर क्यों मेहरूम है आर्मी रोड

  उपेक्षा का शिकार , आर्मी रोड  दिवाली की सीजन को देखते हुए वैसे तो पालिका प्रशासन ने शहर की लगभग सभी सड़कों की मरहमपट्टी कर दी है , लेकिन फिर भी कुछ रास्ते अभी भी इनायत की बाट जोह रहे हैं । ग्लोबल अस्पताल से आर्मी मेन गेट जाने वाले रास्ता ऐसे ही रास्तों में से एक है ।   इस रास्ते पर स्कूली बच्चों के वाहन , चिकित्सकीय महकमे से जुड़े लोगों सहित आम व विशिष्ट लोगों का गुजरना दिन ब दिन मुश्किल होता चला जा रहा है । स्थानीय लोगों के अनुसार भले ही यह मार्ग पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण न हो लेकिन यहां से एक आम आदमी एक मतदाता भी गुजरता है । पालिका प्रशासन को यहां भी मार्ग दुरुस्त करवा कर आमजन को राहत देनी चाहिए ।