दिलवाड़ा ,आबू पर्वत , 28-092020 WILDLIFE
16 अगस्त को गोराछपरा गाँव मे तेंदुए ने एक गाय का शिकार किया था । बस वैसी ही घटना कल घटते घटते रह गई । ट्रेवर टैंक वन्यजीव अभयारण्य के मुख्य द्वार की तरफ से शाम 4 बजे के आसपास एक गाय बेहताशा दौड़ती हुई दिलवाडा के ऊपरी पार्किंग तक पहुंची । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गाय अवश्य ही तेंदुए के हमले से बचकर अपने प्राण बचाकर भागते हुए यहाँ तक पहुंची । हालांकि गाय युवा थी जिससे शायद उसने जोरदार संघर्ष किया होगा और तेंदुआ अपने प्रयास मे सफल नहीं हो पाया । । गाय के मुंह से काफी मात्रा मे खून का रिसाव हो रहा था और स्पष्ट रूप से पंजे के वार का निशान देखा जा सकता था । इसके अलावा गाय के पैरों व अन्य अंगों पर भी पंजे के नाखूनों के निशान देखे जा सकते थे ।
मौके पर मौजूद रितेश प्रजापत ने घटना की सूचना आवारा , घुमंतू व छोड़ी गयी गाय बैलों की मदद करने वाले ट्रस्ट 'खुशी सेवा ट्रस्ट' के सचिव श्री गौरव कौशिक को दी । गौरव कौशिक ने मौके पर पहुँच कर घायल गाय का इलाज करवाया जिसमे पशु चिकित्सालय के श्री भाग्यदत्त डोडियार ने गाय के मरहमों पर दावा लगाई व जरूरी इंजेकशन देकर उपचार किया ।
इस पुनीत कार्य मे श्री लालाराम प्रजापत , श्री रमेश कुमार , श्री धीरज देवासी , श्री लक्षमण प्रजापत , श्री दलपत प्रजापत आदि ने सहयोग कर पुण्य अर्जित किया । श्री कौशिक ने गौ पालकों से निवेदन किया की अपनी गायों की रक्षा हेतु उन्हें चराने वन क्षेत्र मे साथ जाएँ अन्यथा वे तेंदुए का शिकार हो सकतीं हैं ।
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