शिकार के संदेह , जंगल मे फंदों (wire snare) , वन्य क्षेत्र मे संदिग्ध व्यक्तियों आदि की विश्वसनीय (credible) सूचना देने पर विभाग द्वारा नगद इनाम दिया जाएगा साथ ही उनका नाम व पहचान गुप्त रखी जाएगी । सूचना वन विभाग के किसी भी अधिकारी , कर्मचारी , पुलिस को दी जा सकती है । विजय शंकर पांडे - उप वन संरक्षक , आबू पर्वत
गौरतलब है की आबू पर्वत मे जबर्दस्त सफलता हासिल करते हुए वन विभाग ने 4 वन्य जीव शिकारियों को रंगे हाथों पकड़ा था जिन्होने स्टरलिंग होटल के पीछे की तरफ बेमाली मंदिर पहाड़ के जंगल मे सांभर का शिकार किया था । 3 व 4 दिसम्बर की देर रात वन विभाग द्वारा शिकारियों को पकड़ा गया जिनसे सांभर का मांस , सींग , वायर स्नेर (wire snare ) व शिकार मे प्रयुक्त सामाग्री प्राप्त की गई जो की शिकार के निर्णायक (conclusive) सबूत हैं । श्री पांडे ने इसके पीछे बड़े गिरोह के होने की संभावना जाहीर की है साथ ही बताया है की इस मिशन मे कई महिनों से विभाग द्वारा ट्रेप (जाल) बिछाया हुआ था जिसमे अंततः बड़ी सफलता प्राप्त हुई है ।
अभियुक्त हितेश , विशाल , सुनील व देवाराम को 05.12.2020 को ए.सी.जी.एम. साहब न्यायालय आबू पर्वत के समक्ष प्रस्तुत किया गया था जहां से न्यायालय के आदेशानुसार 15 दिनो की न्यायिक हिरासत मे उपकारागृह अबुरोड भेजा गया । डी.एफ.सी. पांडे के अनुसार वन विभाग की इस कार्यवाही से वन्यजीव शिकारियों मे भय का माहौल बनेगा और वन्यजीवों के प्रति हो रहे अपराधों मे निश्चित रूप से कमी आएगी ।
umed singh rathore - Arbud Samay
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