आबू पर्वत | 30.12.2020 | नक्की झील के समीप स्थित रोज़ गार्डन के सौंदर्यकरण ने पर्यटकों को एक नया पर्यटन स्थल दिया है जिसमे पर्यटक अपने परिवार सहित आराम करते हैं व बगीचे मे उगे फूलों , पेड़ पौधों , कलाकृतियों आदि की प्रशंसा करते देखे जाते हैं । उधान मे मौजूद रंग बिरंगे आकर्षक झूलों , फिसलपट्टियों से लालायित हो बच्चे उनका आनंद उठाते हैं । वहीं स्थानीय गरीब परिवारों के बच्चे और आर्य समाज पार्किंग पर व्यवसाय करने वाले बच्चे बगीचे के खुलते ही सुबह से शाम तक अंदर ही जमे रहते हैं ।
झूलों पर पकड़मपाटी का दौर चल पड़ता है और बच्चे तेजी से व खतरनाक तरीके से झूलों पर चढ़ते , उतरते , लटकते व भागते हैं । इस दौड्भाग मे झूलों के करीब लगे बहुमूल्य पौधे भी बली चढ़ रहे हैं । ऐसा चिंताजनक माहौल देखकर पर्यटक व स्थानीय अभिभावक अपने बच्चों पर करीबी नज़र गड़ाए रहते हैं और कोशिश करते हैं की कितना जल्दी बाहर निकलें ।
बगीचे मे देखरेख करने वालों के अनुसार ऐसे बच्चों को झूलों से दूर रखना काफी मुश्किल होता है , क्योंकि मना करने के बावजूद वे घूम फिरकर फिर आ जाते हैं । पूर्व मे झूलों पर इसी प्रकार से देखरेख के अभाव मे कुछ बच्चों के हाथ टूट चुके हैं व आए दिन चोटें आती रहतीं हैं । यदि ऐसा ही चलता रहा तो शीघ्र ही यहाँ कोई बड़ी दुर्घटना घटने की संभावना है । प्रबंधन को आवश्यकता है की ये सुनिश्चित करें की बच्चों के साथ कोई अभिभावक अवश्य हो , उधान मे मौजूद स्टाफ अत्यधिक उछलकूद पर रोकटोक करे व कडा रुख अपनाए । ऐसा करने से निश्चित ही गुलाब बाग के फूलों और झूलों का मान बढ़ेगा और बच्चों का जीवन भी सुरक्षित रहेगा ।
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