5 अप्रेल 2021
हेटमजी पर पालिका प्रशासन की कार्यवाही

माउंट आबू | एक तरफ जहां प्रदेश मे कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते आमजन की आर्थिक स्थिति व रोजगार ज़मींदोज़ हो रहे हैं वहीं पूर्ण रूप से पर्यटन पर पर निर्भर आबू पर्वत के हेटमजी गाँव के समीप मुख्य मार्ग पर छोटा मोटा व्यवसाय करने वाले स्थानीय , मूल निवासियों के 15 स्टॉल पर रविवार की शाम पालिका प्रशासन की गाज़ गिरी ।
राजस्व निरीक्षक कुंज बिहारी झा के नेतृत्व में अन्य प्रशासनिक अधिकारी , पालिका अधिकारी एवम कर्मचारियों का दस्ता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा और कार्यवाही शुरू की । मौके पर मौजूद विजय सिंह ने बताया की 15 - 20 वर्षों से यहाँ उनकी दुकाने लगी हुई थीं जिन्हें एसडीएम के आदेश पर बिना किसी पूर्व सूचना के पालिका प्रशासन द्वारा तोड़ दिया गया । मौजूद लोगों ने बताया की सभी दुकान संचालकों ने हाल मे स्ट्रीट वेंडर स्कीम मे दस दस हज़ार के लोन भी ले रखे हैं जिसे चुकाना अब मुश्किल हो जाएगा और आत्महत्या ही एक रास्ता बचा है ।
वहीं वार्ड पार्षद व पूर्व नगरपालिका अध्यक्षा लीला देवी भी सूचना पर मौके पर पहुंची व आक्रोश जाहिर करते हुए कहा की ये बहुत बुरा हुआ । इस समय जब लोग कोरोना से लड़ रहे हैं और खाने तक को मोहताज हैं ऐसे मे उन्हें सड़क पर लाना ठीक नहीं है । उन्होने निवेदन किया की लोगों के रोजगार को पुनः बहाल किया जाए । साथ ही इस संबंध मे उन्होने एसडीएम से मुलाक़ात कर पीड़ितों को राहत दिलवाने का आश्वासन भी दिया ।
वहीं मौके पर पहुंचे पालिकाध्यक्ष जीतू राणा ने बताया की उनके घर मे किसी के देहांत के चलते वे घर पर ही थे । तभी पार्षद साथी के फोन पर वे मौके पर पहुंचे , इस कार्यवाही के संबंध मे उन्हें कोई जानकारी नहीं थी । स्टाफ व अधिकारियों से इस बारे मे जानकारी लेंगे । राणा ने संवेदना जताते हुए कहा की जिस आबू की जनता ने उन्हें चुना है उन्हें वे क्यों परेशान करेंगे , वो भी इस महामारी के दौर मे ।
हेटमजी पर पालिका प्रशासन की कार्यवाही

माउंट आबू | एक तरफ जहां प्रदेश मे कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते आमजन की आर्थिक स्थिति व रोजगार ज़मींदोज़ हो रहे हैं वहीं पूर्ण रूप से पर्यटन पर पर निर्भर आबू पर्वत के हेटमजी गाँव के समीप मुख्य मार्ग पर छोटा मोटा व्यवसाय करने वाले स्थानीय , मूल निवासियों के 15 स्टॉल पर रविवार की शाम पालिका प्रशासन की गाज़ गिरी ।
राजस्व निरीक्षक कुंज बिहारी झा के नेतृत्व में अन्य प्रशासनिक अधिकारी , पालिका अधिकारी एवम कर्मचारियों का दस्ता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा और कार्यवाही शुरू की । मौके पर मौजूद विजय सिंह ने बताया की 15 - 20 वर्षों से यहाँ उनकी दुकाने लगी हुई थीं जिन्हें एसडीएम के आदेश पर बिना किसी पूर्व सूचना के पालिका प्रशासन द्वारा तोड़ दिया गया । मौजूद लोगों ने बताया की सभी दुकान संचालकों ने हाल मे स्ट्रीट वेंडर स्कीम मे दस दस हज़ार के लोन भी ले रखे हैं जिसे चुकाना अब मुश्किल हो जाएगा और आत्महत्या ही एक रास्ता बचा है ।
वहीं वार्ड पार्षद व पूर्व नगरपालिका अध्यक्षा लीला देवी भी सूचना पर मौके पर पहुंची व आक्रोश जाहिर करते हुए कहा की ये बहुत बुरा हुआ । इस समय जब लोग कोरोना से लड़ रहे हैं और खाने तक को मोहताज हैं ऐसे मे उन्हें सड़क पर लाना ठीक नहीं है । उन्होने निवेदन किया की लोगों के रोजगार को पुनः बहाल किया जाए । साथ ही इस संबंध मे उन्होने एसडीएम से मुलाक़ात कर पीड़ितों को राहत दिलवाने का आश्वासन भी दिया ।
वहीं मौके पर पहुंचे पालिकाध्यक्ष जीतू राणा ने बताया की उनके घर मे किसी के देहांत के चलते वे घर पर ही थे । तभी पार्षद साथी के फोन पर वे मौके पर पहुंचे , इस कार्यवाही के संबंध मे उन्हें कोई जानकारी नहीं थी । स्टाफ व अधिकारियों से इस बारे मे जानकारी लेंगे । राणा ने संवेदना जताते हुए कहा की जिस आबू की जनता ने उन्हें चुना है उन्हें वे क्यों परेशान करेंगे , वो भी इस महामारी के दौर मे ।
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