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लाल रंग मे नज़र आती डार्ट व अचेत बंदर |
माउंट आबू ( 27.05.2021) | नक्की झील स्थित रघुनाथ मंदिर व टोड रोक इलाके में पिछले कुछ दिनों से लोगों को काटकर आतंक मचा रहे बंदर को वन विभाग द्वारा बेहोश कर जंगल में छोड़ दिया गया ।
पागल होने का अनुमान
प्रत्यक्षदर्शी विकास सेठ के अनुसार बुधवार शाम जब वे भ्रमण पर थे तब टॉड रॉक क्षेत्र पर एक युवा के चीखने की आवाज़ आई जिसे बंदर काट रहा था । युवक किसी तरह बचकर उनके पास भागकर आ गया जिसे अस्पताल लेजाकर उपचार करवाया । आसिफ नामक युवक को 6 टांके लगाए गए । सेठ ने बताया की बंदर की पूंछ कटी हुई थी और इससे पहले वह माली कोलोनी में 4 , रघुनाथ मंदिर में 1 व अन्य जगहों पर कुल मिलाकर 7 से 8 लोगों को काट चुका था । उन्होंने अनुमान लगाया कि बंदर पागल हो चुका था ।
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काटने पर आसिफ को लगा घाव जिससे 6 टांके आए |
जानवरों के पास न जाएं
पीपल फ़ॉर एनिमल के प्रेजिडेंट केज़ाद कॉन्ट्रेक्टर ने बताया जरूरी नहीं है कि बंदर पागल ही होगा । मौसमी , व्यवहारिक आदि परिवर्तनों के चलते भी यह संभव है । तनाव , ट्रोमा , असुरक्षा आदि कारणों से भी बंदर आक्रामक हो सकते है । लोगों को पुण्य कमाने के चक्कर में भी उनके पास नहीं जाना चाहिए । ऑब्जरवेशन द्वारा ही इसकी असल वजह जानी जा सकती है ।
4 घंटे चला अभियान
सहायक वनपाल राजेश बिश्नोई ने बताया कि वानर द्वारा लोगों को काटने की शिकायत पर वन विभाग द्वारा टीम बनाकर खोज आरम्भ की गई । गुरुवार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच चले अभियान में वानर को जयपुर पैलेस क्षेत्र में गन से ट्रेंकुलाइज कर सुदूर वन में सुरक्षित छोड़ा गया । रेस्क्यू अभियान में वन विभाग के राजेश बिश्नोई सहित श्री मोहनराम व श्री राजकुमार भी शामिल रहे ।
umed singh rathore - arbud samay
पीपल फ़ॉर एनिमल के प्रेजिडेंट केज़ाद कॉन्ट्रेक्टर ने बताया जरूरी नहीं है कि बंदर पागल ही होगा । मौसमी , व्यवहारिक आदि परिवर्तनों के चलते भी यह संभव है । तनाव , ट्रोमा , असुरक्षा आदि कारणों से भी बंदर आक्रामक हो सकते है । लोगों को पुण्य कमाने के चक्कर में भी उनके पास नहीं जाना चाहिए । ऑब्जरवेशन द्वारा ही इसकी असल वजह जानी जा सकती है ।
4 घंटे चला अभियान
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पिंजरे में बंद बेहोश बंदर |
सहायक वनपाल राजेश बिश्नोई ने बताया कि वानर द्वारा लोगों को काटने की शिकायत पर वन विभाग द्वारा टीम बनाकर खोज आरम्भ की गई । गुरुवार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच चले अभियान में वानर को जयपुर पैलेस क्षेत्र में गन से ट्रेंकुलाइज कर सुदूर वन में सुरक्षित छोड़ा गया । रेस्क्यू अभियान में वन विभाग के राजेश बिश्नोई सहित श्री मोहनराम व श्री राजकुमार भी शामिल रहे ।
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