माउंट आबू | स्वामी विवेकानंद उद्यान में स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा को बगीचे के झूलों वाले स्थान पर लगाने को लेकर नेता प्रतिपक्ष सुनील आचार्य ने आपत्ति उठाते हुए पालिकाध्यक्ष को आपत्ति पत्र लिखा । हालांकि तब तक उद्यान में शहतूत के पेड़ के समीप वाले स्थान पर खड्ड खोदा जा चुका था । पत्र के अनुसार प्रतिमा को पहले से लगी हुई प्रतिमा के समीप स्थापित किये जाने का निवेदन किया गया जिससे न केवल झूलों वाला भाग बच्चों के मनोरंजन हेतु सुरक्षित रहेगा अपितु नई प्रतिमा को भी उचित व ऊपरी स्थान मिलेगा ।
आचार्य की आपत्ति के बाद पालिकाध्यक्ष जीतु राणा , निर्माण समिति अध्यक्ष नारायण सिंह भाटी , एइएन आदि ने मौका निरीक्षण किया व आचार्य की बात पर सहमति जताई । उल्लेखनीय है कि विवेकानंद उद्यान का नीचे वाले भाग में आकर्षक झूले स्थानीयों व पर्यटकों के बच्चों को विशेष रूप से आकर्षित करते हैं । इनकी वजह से बगीचे में दिन भर रौनक रहती है । आचार्य ने निवेदन किया की भविष्य में किसी भी प्रकार के प्रतिमा , चौराहा आदि के विकास की योजना पर तकमीना बनाकर मंडल की सहमति के उपरांत ही आखिरी निर्णय लिया जाए ।
आचार्य की आपत्ति के बाद पालिकाध्यक्ष जीतु राणा , निर्माण समिति अध्यक्ष नारायण सिंह भाटी , एइएन आदि ने मौका निरीक्षण किया व आचार्य की बात पर सहमति जताई । उल्लेखनीय है कि विवेकानंद उद्यान का नीचे वाले भाग में आकर्षक झूले स्थानीयों व पर्यटकों के बच्चों को विशेष रूप से आकर्षित करते हैं । इनकी वजह से बगीचे में दिन भर रौनक रहती है । आचार्य ने निवेदन किया की भविष्य में किसी भी प्रकार के प्रतिमा , चौराहा आदि के विकास की योजना पर तकमीना बनाकर मंडल की सहमति के उपरांत ही आखिरी निर्णय लिया जाए ।
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