झील में मिली जाल में फंसी मृत मछलियां
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जाल में फंस कर मरी मछलियां |
mount abu
"illegal fishing continues in nakki lake . 6 carb fishes , weights 4 to 5 kg each were found dead strangled in the net on thursday . in year 2016 sdm poswal's efforts filled the lake with 50k carb fishes who feeds on algae and keeps the lake clean ." - arbud samay
नक्की झील में मछलियों के शिकार की सच्चाई को लेकर बड़ी घटना सामने आई है । गुरुवार की रात नक्की झील की सतह पर नाव चलाने वालों को जाल में फंसी हुई , मरी हुई मछलियां नज़र आईं । बोट हाउस कर्मचारियों ने करीब 6 बड़ी , चैना मछलियों को बाहर लाकर रघुनाथ मंदिर की तरफ बगीचे में रखवा दिया । सावन के महिने के पहले दिन एक ओर जहां 33 कोटि देवी देवताओं के निवास स्थान में लोग धर्म पुण्य में लगे हैं , ऐसे में इस घटना से लोगों में भारी रोष व्याप्त है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में तत्कालीन उपखंड अधिकारी अरविंद पोसवाल के प्रयासों से नक्की झील में 50 हज़ार कार्ब मछलियों को डाला गया था । इन मछलिययों को झील में इसलिए डाला गया था क्योंकि ये काई खातीं हैं और इनके काई खाने से झील के प्राकृतिक रूप से काईमुक्त व स्वस्छ होने की प्रबल संभावना थी । उस समय सुरेश थिंगर पालिकाध्यक्ष थे ।
जानकारी के अनुसार नक्की झील में मछली पकड़ना या मारना प्रतिबंधित है । इसके बावजूद गुरुवार को जाल में मृत मिली बड़ी बड़ी मछलियों ने यह साबित कर दिया कि झील को साफ रखने वाली मछलियों का शिकार खुले आम चल रहा है । इस घटना के बाद ईको सेंसिटिव ज़ोन माउंट आबू में जलीय जीवों की सुरक्षा को लेकर भी कई प्रश्न खड़े हो रहे हैं ।
"माउंट आबू में कहीं पर भी मछली पकड़ना या मारना प्रतिबंधित है क्योंकि यह सेंचुरी (अभ्यारण्य) क्षेत्र है । नक्की झील में भी मछली पकड़ना या मारना गैरकानूनी है । वन विभाग और प्रशासन दोनों इसके विरुद्ध कार्यवाही कर सकते हैं । "
- सौरभ गांगडिया , पार्षद , पूर्व मोनिटरिंग कमिटी सदस्य , पर्यावरण व वन्यजीव प्रेमी ।
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