नेत्रहीनों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं लुइ ब्रेल - डॉ शर्मा
माउंट आबू
बुधवार को दृष्टिहिनों के प्रकाशदाता सर रॉबर्ट लुइ ब्रेल का 214वा जन्मोत्सव समारोह संस्था नेब फिरोज एवं नौशीर मेरवानजी अंधजन पुनर्वास शिक्षण केंद्र , आबू पर्वत पर संस्था सचिव डॉ ए के शर्मा की अध्यक्षता में मनाया गया । इस अवसर पर संस्था के सचिव डॉ एके शर्मा एवं सदस्य सचिव विमल कुमार डेंगला ने संस्था में लगी लुइ ब्रेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की । इस अवसर पर डॉ ए के शर्मा ने दृष्टिहीनो हेतु ब्रेल लिपि के आविष्कारक सर रॉबर्ट लुइ ब्रेल को नेत्रहीनों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताया एवं सभी प्रशिक्षणार्थियों से उनका अनुसरण करने को कहा। सदस्य सचिव डॉ विमल कुमार डेंगला ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस घोषित कर लुई ब्रेल के योगदानो को अंतर्राष्ट्रीय महत्व प्रदान किया । जिस कारण दृष्टिबाधितो के अधिकारों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई और दृष्टिबाधितो के लिए लुई ब्रेल एक मसीहा के रूप में माने जाने लगे।
छात्रावास अधीक्षक पर्वत सिंह ने बताया कि लुई ब्रेल में दृष्टिहीनो को एक ऐसी वैज्ञानिक विद्या प्रदान की जिसके माध्यम से दृष्टिहीन पढ़ लिख सकते हैं और सामान्य जनों की भांति शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि लुई ब्रेल कुछ ऐसे महान व्यक्तियों में से थे जिनका जन्म तथा पुण्यतिथि एक ही माह में और एक ही सप्ताह में आते हैं ।अध्यापक सुरेंद्र सिंह ने लुइ ब्रेल का जीवन परिचय देते हुए दृष्टिहिनों के लिए उनकी महत्वता को बताया। कार्यक्रम में दृष्टिहीन प्रशिक्षणार्थियों में मोहनलाल , कीकाराम , अर्जुन आदि ने लुई ब्रेल के बारे में विचार व्यक्त किए।
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