ज्ञान सरोवर में होगा रात्रि विश्राम
माउंट आबू
हिल स्टेशन माउंट आबू के ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के दो दिवसीय प्रवास की तैयारियां को लेकर अंतिम रूप दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु मंगलवार को (आज) अपने दो दिवसीय प्रवास पर माउंट आबू पहुंचेगी। रात्रि विश्राम ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर में होगा। आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा, राजयोग, ध्यान, मेडिटेशन का अभ्यास करेंगी। बुधवार (कल) सवेरे संगठन के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय पांडव भवन में आयेंगी। जहां संगठन के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्माबाबा के समाधि स्थल शान्ति स्तंभ समेत चार धाम की यात्रा कर मेडिटेशन का गहन अभ्यास करेगी। संगठन के पदाधिकारियों से आध्यात्मिकता पर गहन विचार विमर्श होगा।
राजयोग का गहन अभ्यास करती हैं राष्ट्रपति मुर्मु
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु लंबे समय से राजयोग का अभ्यास करती हैं। पूर्व में विधायक, केबिनेट मंत्री व राज्यपाल पद पर रहते श्रीमती मुर्मु ब्रह्माकुमारीज के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू समेत देश के विभिन्न सेवाकेंद्रों पर अनेकानेक कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ राजयोग का अभ्यास करती रही हैं।
राजयोग से जागृत होती हैं आंतरिक शक्तियां
राजयोग का अभ्यास करने से मन में छिपी अथाह शक्तियां जागृत होती हैं। जिससे हर परिस्थिति में मानसिक संतुलन बनाए रखने के साथ कर्मों में कुशलता, व्यवहार में सौम्यता, बोल में मधुरता, मन-वचन व कर्म में पवित्रता का समावेश होता है।
ज्ञातव्य है कि ब्रह्माकुमारी संगठन में तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, आर. वेंकटरमन व डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भी आ चुके हैं। संयुक्त राष्ट्रसंघ महासचिव राबर्ट मूलर, जेम्स जोन्हा, कई राष्ट्रों के राष्ट्रोंध्यक्षों समेत विभिन्न उच्च पदों पर आसीन विदेशी अति विशिष्ट लोगों की ओर से भी माउंट आबू में शिरकत की जा चुकी है। इसी तरह से देश के प्रधानमंत्री, उपप्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, अन्य केबिनेट मंत्रियों समेत बड़ी संख्या में अति विशिष्ट व विशिष्ट व्यक्तियों का समय समय पर यहां आवागमन बना ही रहता है। विभिन्न राज्यों के राज्यपालों, उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों, विभिन्न उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों, तीनों सेनाओं के प्रमुख पूर्व सीडीएस विपिन रावत, प्रशासनिक, पुलिस, आर्मी, एयरफोर्स, नेवी समेत अन्य सशस्त्र सैन्य व अर्धसैनिक बलों के चोटी के अधिकारीगण भी ब्रह्माकुमारी संगठन में आ चुके हैं।
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