पर्यावरण संरक्षण को लेकर अनूठी पहल
माउंट आबूपर्वतीय स्थल माउंट आबू में प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में पर्यटकों का आना होता है । इसके साथ ही बड़ी संख्या में यहां कचरा भी फैलता चला जाता है । जाने अनजाने में पर्यटकों द्वारा सड़कों के इर्द गिर्द कचरा फेंक दिया जाता है जिसमे शराब की बोतलें भी होतीं हैं । कांच की बोतलों के फूटने से वन्यजीवों को कांच लगने का खतरा बना रहता है ।इसको लेकर होटल व्यवसायी गौरव असारसा ने एक अभियान की शुरुआत की है जिसमें वे पर्यटकों को कचरा न फेंकने , बोतलें न फोड़कर उन्हें डस्ट बिन में डालने आदि हेतु जागरूक कर रहे हैं । रविवार को उन्होंने पंचमुखी हनुमान मंदिर से करीब 200 मीटर नीचे शराब पी रहे पर्यटकों को जागरूक किया । इसके बाद पर्यटक स्वेच्छा से खाली बोतलें व रैपर गाड़ी में डालकर ले गए । उन्होंने वादा किया कि वे इसे कचरे के पात्र में ही डालेंगे ।
असारसा के अनुसार जब वे शराब पी रहे या कचरा फैला रहे पर्यटकों को ऐसा करने से रोकते हैं तो पर्यटक नाराज नहीं होते बल्कि सहयोग करते हैं । वे बताते हैं की उन्हें इस बारे में पता नहीं था । कई जगहों पर मदिरापान न करने की चेतावनी वाले बोर्ड नहीं लगे हैं तो कई जगहों पर गिरे पड़े हैं , या पुराने हो गए हैं । साथ ही इन जगहों पर कचरापात्र के न होने से लोग यहां वहां कचरा फेंक देते हैं । असारसा ने बताया की यदि कोई यहां पर कचरापात्र नहीं लगाता है तो वे अपने खर्चे से ये काम करेंगे ।
बड़े बुजुर्ग और समझदार लोग कहते हैं कि शराबियों मुंह नहीं लगना चाहिए । ऐसे में आबू आबूरोड मार्ग पर शराबियों को बोतल न फेंकने या फोड़ने हेतु जागरूक करने का जोखिम भरा कार्य करने वाले गौरव असारसा सभी के लिए प्रेरणा बनते जा रहे हैं । उम्मीद है आने वाले समय में उनका यह प्रयास माउंट आबू के पर्यावरण को संजोने संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा ।
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