शिपिंग, विमानन व पर्यटन सेवा प्रभाग का राष्ट्रीय सम्मेलन
माउंट आबू, 29 जुलाई। ओडिशा लोकायुक्त जीता सत्रू मोहंती ने कहा कि ईश्वर का ध्यान मन को सुकून देता है। शान्ति, प्रेम, सुख, पवित्रता की अनुभूति होती है। कल्याणकारी शिव परमपिता परमात्मा शान्ति का सागर है जो मन के सारे दु:खों, संताप, नकारात्मक विकृतियों को हर लेता है। मन का शुद्धिकरण हो जाता है। ब्रह्माकुमारी बहनें निरंहकारी बनकर बिना किसी भेदभाव के व्यापक स्तर पर हर वर्ग की जो सेवा कर रही हैं वह ईश्वर की शक्ति का ही परिणाम है। यह बात उन्होंने शनिवार को ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में शिपिंग, विमानन व पर्यटन सेवा प्रभाग की ओर से आध्यात्मिक सशक्तिकरण यात्रा विषय पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए कही।ब्रह्माकुमारी संगठन की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी डॉ निर्मला दीदी ने कहा कि जीवन में आने वाली चुनौतियों, परिस्थितियों को राजयोग से मनोबल बढऩे पर सहज रूप से पार किया जा सकता है। राजयोग से मन की सारी उलझनें समाप्त हो जाती हंै।ओडिशा पर्यटन विकास कार्पोरेशन चेयरमैन डॉ लेनिन मोहंती ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन की ओर से सिखाई जा रही स्प्रीचुअली जर्नी से मानव अपनी शक्तिशाली ऊर्जावान असितत्व से जुड़ता है। शाकाहारी भोजन से मन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
प्रभाग की उपाध्यक्षा राजयोगिनी मीरा दीदी ने कहा कि जीवन ही एक यात्रा है। बीती यात्रा की बातों को बीता समझ वर्तमान के सुनहरे पलों को व्यर्थ में नहीं गंवाना चाहिए।गाजियाबाद से आए एकेजी इंजिनियरिंग कॉलेज प्रबंध निदेशक डॉ राजेंद्र अग्रवाल ने अपने जीवन की आध्यात्मिक यात्रा के अनुभव सांझा करते हुए कहा कि समय पर ही स्प्रीचुअलटी को अपनी सोच, बोल, संबंध संपर्क में अपना लेना चाहिए। जिससे स्टे्रस फ्री लाईफ सहज अनुभव की जा सकती है।
जिंदल लाईफस्टाईल मैनेजिंग डायरेक्टर दीपिका जिंदल ने कहा कि छोटी-छोटी समस्याओं से उत्पन्न द्वंद्वात्मक प्रश्नों की उलझन से बाहर निकलने के लिए ईश्वरीय ज्ञान व सहज राजयोग संजीवनी बूटी की तरह कार्य करता है।
प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके कमेलश बहन, अधिशासी सदस्या बीके प्रवीणा बहन ने भी विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व अतिथियों की ओर से दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया गया।
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