टूट रहे वाहन , दुकानें , रेस्तरां .. ट्रस्ट निकाल सकता है रास्ता
माउंट आबूपर्यटन नगरी माउंट आबू में इन दिनों आवारा बैलों की लड़ाई से सबसे व्यस्त रहने वाली सड़कों व चौराहों पर भय व आतंक का माहौल बन गया है । पेट्रोल पंप से चाचा म्यूजियम के बीच आवारा बैल खतरनाक तरीके से लड़ते देखे जा सकते हैं । उनकी लड़ाई में दुपहिया वाहनों सहित महंगी गाड़ियों , दुकानों , बिजली के मीटरों , थडियों , रेस्तरां आदि को लगातार नुकसान पहुंच रहा है ।जानकारी के मुताबिक महाराजा होटल के पास हफ्ते भर पहले बैलों की लड़ाई के चलते मोटरसाइकिल टूट गई थी । गरीब परिवार का व्यक्ति उसे दुरुस्त करवाकर लाया तो फिर से बैलों की लड़ाई के चलते क्षत्रिग्रस्त हो गई ।इसके साथ ही बैलों की लड़ाई से आमजन व पर्यटकों की जान पर खतरा मंडरा रहा है । उम्मीद है की जिम्मेदार जल्द इस ओर ध्यान देकर आमजन को बैलों के आतंक से राहत दिलवाएंगे ।
समाधान है .. ज़मीन मिलने की देरी
खुशी सेवार्थ ट्रस्ट के सचिव गौरव कौशिक के अनुसार वे शहर मैं सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंश जिनमें बैल , गाय व बछड़े शामिल हैं उन्हें आश्रय देने को पूर्ण रूप से तैयार हैं । लेकिन इस हेतु उन्हें एक बड़े स्थान की आवश्यकता है । इसके लिए वे 2012 से पालिका , प्रशासन , राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर संबंधित सरकारी विभागों को पत्र लिखकर निवेदन कर रहे हैं लेकिन उन्हें भूमि उपलब्ध नहीं हो रही है ।
खुशी सेवार्थ ट्रस्ट के सचिव गौरव कौशिक के अनुसार वे शहर मैं सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंश जिनमें बैल , गाय व बछड़े शामिल हैं उन्हें आश्रय देने को पूर्ण रूप से तैयार हैं । लेकिन इस हेतु उन्हें एक बड़े स्थान की आवश्यकता है । इसके लिए वे 2012 से पालिका , प्रशासन , राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर संबंधित सरकारी विभागों को पत्र लिखकर निवेदन कर रहे हैं लेकिन उन्हें भूमि उपलब्ध नहीं हो रही है ।
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यदि उन्हें इस हेतु प्रशासन , नगरपालिका भूमी उपलब्ध करवा देती है तो वे सबसे पहले बैलों को ही वहां शिफ्ट करेंगे जिससे घुमंतू बैलों की लड़ाई से होने वाले नुकसान से आमजन व पर्यटकों को हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा । फिलहाल खुशी सेवार्थ ट्रस्ट 45 गौवंश की देखरेख कर रहा है ।
report : umed singh rathore
report : umed singh rathore
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