निर्माण समिति अध्यक्ष ने ग्लोबल अस्पताल को टेलर की मृत्यु का कारण बताया
माउंट आबू | पार्षद व निर्माण समिति अध्यक्ष नारायण सिंह भाटी ने मंगलवार को ऑक्सिजन की कमी को लेकर दम तोड़ने वाले बुजुर्ग रतन लाल टेलर की मृत्यु का कारण ग्लोबल अस्पताल को बताया है । भाटी बुधवार की सुबह ग्लोबल अस्पताल के प्रशासक प्रताप मिड्डा से मिले व चिरंजीवी योजना के संबंध में अस्पताल द्वारा असहयोग को लेकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली ।
चिरंजीवी योजना में सब बराबर
बुधवार को भाटी ने जानकारी साझा करते हुए बताया की 2 , 3 दिनों से आमजन की तरफ से शिकायत आ रही थी की चिरंजीवी योजना में बीमा करवाने के बाद भी ग्लोबल अस्पताल में इलाज़ नहीं मिल रहा है । इसपर उन्होने सीएमएचओ से बात की और सुबह 10:30 बजे अस्पताल के प्रशासक प्रताप मिड्डा से मिले । मिड्डा ने बताया की सरकार द्वारा उन्हें कम राशि दी जा रही है जबकि उपकरणों , संसाधनों की कीमत ज्यादा है । इसपर भाटी ने कहा की सारे इलाज़ का खर्चा सरकार खुद वहन करती है और फिर भी यदि समस्या है तो सरकार की लिस्ट से अस्पताल को हटा दिया जाए जिससे लोगों को व्यर्थ भरोसे नहीं रहना पड़े । मिड्डा ने कहा की जो सक्षम हैं वो पैसा दें , इसपर भाटी ने कहा की सरकार के आदेशानुसार योजना में जिसका भी बीमा है उसे 50 हज़ार या 5 लाख तक का इलाज़ देना ही होगा फिर वह गरीब हो या अमीर इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता ।
खून के बदले खून की मांग
रतनलाल टेलर की मृत्यु पर भाटी ने कहा की इसका जिम्मेदार ग्लोबल अस्पताल है जहां रात को उन्हें लेकर गए थे और वो जीवित थे । रात को यदि उन्हें ऑक्सिजन उपलब्ध कारवाई होती या ऑक्सिजन लगाकर घर भेजा होता तो उनकी जान बच जाती । सरकारी अस्पताल उन्हें सुबह आखिरी स्टेज पर लाया गया था जब कुछ नहीं हो सकता था । भाटी ने ग्लोबल अस्पताल को आड़े हाथों लेते हुए कहा की यहाँ हाल मे भामाशाह सुधीर जैन ने लाखों की लागत का ऑक्सिजन प्लांट डोनेट किया है फिर भी लोगों को ऑक्सिजन की कमी के चलते मरना पड रहा है , यहाँ के लोग रक्तदान शिविरों में बड़ी संख्या में रक्तदान करके ट्रोमा सेंटर को भेजते हैं उसके बावजूद यहाँ जरूरत पड़ने पर खून के बदले खून की मांग की जाती है ।
Comments