पार्षद ने जाहिर की पीड़ा , प्रताड़ना का सामना करना बन गया है सिस्टम
माउंट आबूवार्ड संख्या 16 से पार्षद सौरभ गंगाडिया ने उपखंड अधिकारी को मेल द्वारा पत्र प्रेषित कर निर्माण सामग्री के टोकन की मांग की है । उन्होंने अपने पत्र में ऐसी बातें लिखीं हैं जिनको पढ़कर आगामी चुनावों में जनहित की सच्ची भावना लेकर उतरने का का मन बना चुके पार्षद प्रत्याशियों को निराशा जरूर हो सकती है । गांगडिया ने पत्र में लिखा है की उनके वार्ड के विकास कार्य का टेन्डर स्वीकृत हुए लगभग 1 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है ।
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इस मंदिर का बाकी पड़ा है काम |
स्वीकृत कार्य आरंभ करने हेतु पालिका प्रशासन से बारंबार निवेदन करने पर एक ही उत्तर मिलता है कि टोकन उपखंड अधिकारी जारी करेंगे , जिसकी फ़ाइल उपखंड कार्यालय भेजी जा चुकी है । बड़े दुख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि इस व्यवस्था ने मेरे जैसे जनप्रतिनिधि को उपहास का पात्र बना छोड़ा है । वार्ड में जाओ तो वार्ड वासी लंबित कार्यों की वजह से भला बुरा कह देते है । पालिका से बड़े मुश्किल से टेंडर होते है । कभी कभी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत एकल टेंडर ही लग पाता है और टेंडर कैंसल हो जाते है । यदि टेंडर पास हो जाते है तो पालिका प्रशासन से वर्क ऑर्डर जारी करने हेतु भीख मांगनी पड़ती है । वर्क आर्डर जारी होने पर टोकन हेतु आप के कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते है ।
प्रशासन का रवैया दुःखद
गांगडिया ने पूछा है की क्या आबू पर्वत में एक पार्षद होने पर ऐसी प्रताड़ना का सामना करना एक सिस्टम बन चुका है ? एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के साथ प्रशासन का यह उपेक्षा पूर्ण व्यवहार बहुत दुःखद है । उन्होंने एसडीएम से निवेदन किया है कि उनके वार्ड के विकास कार्य के टोकन जारी कर वार्ड के निवासियों पर परम कृपा करें व एक जनप्रतिनिधि होने का दायित्व निर्वाहन करने हेतु उनकी सहायता करें । गौरतलब है की वार्ड 16 में ज्यादातर घर वाल्मीकि समाज के हैं । पूरे शहर को साफ रखने वाले इस समाज के अपने खुद के वार्ड में विकास कार्यों हेतु टोकन न जारी होने के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है ।
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नाला , जिसे ढकने का अटका है काम |
प्रशासन का रवैया दुःखद
गांगडिया ने पूछा है की क्या आबू पर्वत में एक पार्षद होने पर ऐसी प्रताड़ना का सामना करना एक सिस्टम बन चुका है ? एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के साथ प्रशासन का यह उपेक्षा पूर्ण व्यवहार बहुत दुःखद है । उन्होंने एसडीएम से निवेदन किया है कि उनके वार्ड के विकास कार्य के टोकन जारी कर वार्ड के निवासियों पर परम कृपा करें व एक जनप्रतिनिधि होने का दायित्व निर्वाहन करने हेतु उनकी सहायता करें । गौरतलब है की वार्ड 16 में ज्यादातर घर वाल्मीकि समाज के हैं । पूरे शहर को साफ रखने वाले इस समाज के अपने खुद के वार्ड में विकास कार्यों हेतु टोकन न जारी होने के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है ।
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